User:सुशीला रोहिला
कविता विकास की लहर
कवयित्री सुशीला रोहिला सोनीपत हरियाणा
राजनीति बदेलगी बदलेगा हिंदूस्तान हमारा
सत्य का साम्राज्य होगा विश्व में है भारत प्यारा
भष्टाचार का तिमिर हटेगा, चहूँओर होगा उजियारा
ईमानदारी की सरकार बनेगी, विकास का परचम होगा
योगी की छाया,मोदी का साया, साथ सद्गुरु का होगा
माया है आनी-जानी , सत्य का प्रकाश होगा
दुर्ग की रानी है चंचल चित्त में छाई उदासी है
सत्ता की चाबी छुड़ न जाए,
चिन्ता दिन -रात सताती है ।
अहं के अंधियारे , देख कुछ ना पाती
हिंसा का लेकर सहारा , पार उतरना चाहती
सद्गुरु का है कहना जागे भारत देश हमारा
सत्य अहिंसा शांति का हो भाई चारा
आतंक का होगा अब सफाया
सुरक्षित हो विश्व प्यारा ।
जयहिन्द जयभारत ।